
सामाजिक बैठक में ऐतिहासिक फैसला लिया गया
रोकथाम कानून में संशोधन की मांग
नांदगाव खंडेश्वर / तहसिल संवाददाता
कुरैशी समाज ने नांदगाव खंडेश्वर शहर और तहसील स्तरपर पशुओं की खरीद-बिक्री पर पूर्णतः रोक लगाने का ऐतिहासिक फैसला किया है। यह निर्णय समाज के कुरैशीपुरा क्षेत्र में आयोजित बैठक में लिया गया,जो 21 जुलाई से लागू किया जाएगा।समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि गोकशी प्रतिबंधक कानून के कारण, गायों के अलावा अन्य पशुओं की भी ढुलाई करते समय “गोतस्करी” के शक में कुरैशी समाज के व्यापारियों पर हमलों की घटनाएं बढ़ रही हैं।
इससे समाज के लोगों की जानमाल की सुरक्षा खतरे में पड़ी है।जब तक सरकार गोकशी प्रतिबंधक कानून में उचित संशोधन नहीं करती और कुरैशी समाज के लोगों की सुरक्षा की गारंटी नहीं देती, तब तक यह व्यापार बंद रहेगा।बैठक की अध्यक्षता शेख हाजी मुमताज कुरैशी ने की। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सिर्फ व्यवसायिक नहीं, बल्कि धार्मिक और सामाजिक जिम्मेदारी से प्रेरित है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार जब तक निष्पक्ष और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध नहीं कराती, तब तक समाज इस निर्णय पर अडिग रहेगा।उन्होंने भावुक न होकर, परस्पर सौहार्द और समझदारी से इस समस्या का हल निकालने की अपील की।इस बैठक में शहर-तहसील के कुरैशी समाज के प्रमुख नेता, धार्मिक व सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें उपाध्यक्ष जावेद खान कुरैशी,सचिव याह्या खान कुरैशी, तहसील अध्यक्ष मोहम्मद रियाज कुरैशी,उपाध्यक्ष शेख नाज़ीम कुरैशी पापल,सचिव शेख मुस्ताक कुरैशी सालोंड, रफ़ीक भाई कुरैशी पापल,शेख जुबैर धामक,मोहम्मद कुरैशी और अन्य लोग उपस्थित रहे। इसके अलावा इमरान धामक, अ.कादिर कुरैशी (पिंपळगांव), यासीन खान कुरैशी (सालोंड),शेख इर्शाद कुरैशी (वाढोण) समेत समाज के कई नागरिक मौजूद थे कुरैशी समाज का यह फैसला अब व्यापक चर्चा का विषय बन गया है और अब सभी की निगाहें इस मुद्दे पर सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी है.